दीपावली क्यों मनाई जाती है || Dipwali Kyu Manai Jati Hai ||Diwali Kab Manai Jati hai in India

दीपावली क्यों मनाई जाती है || Dipwali Kyu Manai Jati Hai ||Diwali Kab Manai Jati hai in India

दीपावली क्यों मनाई जाती है || Dipwali Kyu Manai Jati Hai

दीपावली क्यों मनाई जाती है ,इसके पीछे यह धारणा है कि- इस दिन भगवान श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास पूर्ण करके रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे ,उन्हीं की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर के उनका स्वागत किया इसीलिए  इसे दीपों का त्योहार कहा जाता है |

                                                                                  HAPPY DIWALI

दीपावली का शाब्दिक अर्थ है  Meaning of Diwali

दीपावली का शाब्दिक अर्थ है  -दीपों की माला ,इसे रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है  |

यह त्यौहार बुराई  पर अच्छाई की   विजय का प्रतीक है |इस दिन भगवान श्री राम ने रावण को मारकर विजय प्राप्त की  |                

                                                                                                            दीपों का त्योहार


दीपावली त्यौहार मनाने  का  कारण Reason for celebrating Diwali festival

दीपावली मनाने के पीछे यह धारणा है ,कि इस दिन भगवान श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास कर पूर्ण करके रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे ,इन्हें की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर के उनका स्वागत किया इसीलिए दीपावली मनाई जाती है  |



दीपावली कब मनाई जाती है Diwali Kab Manai Jati Hai

दीपावली मनाने का समय कार्तिक मास की अमावस्या को प्रतिवर्ष मनाया जाता है |सन  2022 में 25 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा |

इस त्यौहार में अमावस्या से 2 दिन पूर्व  से लेकर के उसके 2 दिन बाद तक चलता है 5 दिन तक बड़ी धूमधाम से संपूर्ण भारतवर्ष में मनाया जाता है |

दीपावली से पहले धनतेरस के दिन गृहणियो द्वारा आभूषण खरीदना शुभ मानती है रूपचौदस के दिन छोटी दीपावली मनाई जाती है |अमावस्या के दिन दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है  |

दीपावली मनाने का कारण Diwali Manane ka Karan ||reason to celebrate diwali ||

दीपावली मनाने   के पीछे हमारी अनेक पौराणिक और धार्मिक  हिंदुओं की मान्यता है कि इस दिन श्री राम 14 वर्ष का वनवास पूर्ण करके अयोध्या लौटे थे ,उनके आने की खुशी में अयोध्या -वासियों ने अपने अपने घरों में दीपक जलाकर उनका स्वागत किया |
 एक पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन समुद्र मंथन से धन की देवी लक्ष्मी प्रकट हुई कुछ लोग इस दिन हनुमान जी की जयंती मनाते हैं | लक्ष्मी की पूजा की जाती है और दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है उसके बाद भाई दूज का त्यौहार मनाते हैं  |

                                                                                                                               लक्ष्मी पूजन

दीपावली के दिन खुशियां 

व्यापारी लोग दवात पूजन करते हैं ,रोशनी के साथ भी दीप जलाए जाते हैं  |पटाखे छुड़ाए जाते हैं घर में पकवान मिठाई तैयार की जाती है और खिलाए जाते हैं  |इस तरह बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है  |



हिंदुओं में मनाया जाने वालात्यौहार में दीपावली का त्यौहार विशेष है- यह हमारी सामूहिक मंगल का प्रतीक माना जाता है